
राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम एवं द्वितीय दोनों इकाइयों का संयुक्त विशेष शिविर के द्वितीय दिन मतदाता जागरूकता विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया
ब्रह्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राठ के राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम एवं द्वितीय दोनों इकाइयों का संयुक्त विशेष शिविर के द्वितीय दिन मतदाता जागरूकता विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमे सर्वप्रथम राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत का सस्वर वाचन कराया गया। तत्पश्चात आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा.जितेंद्र सिंह ने स्वयंसेवकों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस, अर्थात 25 जनवरी, 1950 के प्रतीकस्वरूप वर्ष 2011 से पूरे देश में हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से नए मतदाताओं को नामांकन हेतु प्रोत्साहित करना, सुविधा प्रदान करना और इसमें उत्तरोत्तर वृद्धि करना है। डॉ सरजू नारायण ने कहा कि देश के मतदाताओं को समर्पित इस दिवस का उपयोग, मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाने और निर्वाचन प्रणाली में संसूचित भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जाता है। उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण अधिकारों में से एक है, मतदान का अधिकार। इसका उपयोग करने में हम सभी को तत्परता दिखानी चाहिए। प्राध्यापक डॉ दशरथ सिंह ने कहा कि मतदान एकमात्र ऐसा साधन है, जिससे जनता देश का विकास निर्धारित कर सकती है। मत देने की शक्ति से वह अपने देश की बागडोर संभालने के लिए उनकी नजर में योग्य व्यक्ति को खुद चुन सकते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित डा. दीपक सिंह ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जो लोगों को अपने देश के लिए फैसले लेने की पूर्ण आजादी देता है। हर व्यक्ति को मतदान जरूर करना चाहिए, क्योंकि हर एक मत कीमती है। एक मत भी देश के लिए गलत सरकार को चुनने से रोक सकता है। डा. विजय प्रताप गौतम ने कहा कि सभी को मतदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए और निष्पक्ष भाव से अपने मत का प्रयोग करते हुए जनप्रतिनिधि का चुनाव करना चाहिए तभी लोकतंत्र मजबूत रहेगा और विकास की गति आगे बढ़ेगी। इस अवसर पर डॉक्टर अवधेश नारायण शुक्ला, डॉ अंकित सैनी, डॉ भावना शर्मा, उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका जीना बानो, अध्यापक सोमव्रत अग्रवाल और शशिकांत ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम के अंतर्गत बौद्धिक सत्र के दौरान ग्रुप लीडर ब्यूटी, स्नेहा, नैंसी, अमन, रोहित कुमार, कशिश, सौरभ, रितेश पटेल आदि स्वयंसेवक व स्वयं सेविकाओं द्वारा भी लोकतंत्र में मतदान की महत्ता और जागरूकता पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम का संचालन कर रहा है कार्यक्रम अधिकारी डॉ दुर्गेश कुमार ने बताया कि मतदान के दिन सारे काम छोड़ कर सबसे पहले वोट दें क्योंकि हमारे वोट से ही हमारे समाज व राष्ट्र का विकास संभव है। तकनीकी सत्र के अंत में वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी, डा. जितेन्द्र सिंह द्वारा गोष्ठी में उपस्थित समस्त स्वयंसेवकों और ग्रामीणों को मतदान के दिवस मतदान किये जाने की शपथ दिलाई गई।
तकनीकी सत्र के पश्चात स्वयंसेवकों/स्वयंसेविकाओं द्वारा मतदाता जागरूकता पर रैली निकली गई और अनेकों नारे जैसे “वोट डालने जाना है, अपना फर्ज निभाना है”, “घर-घर को साक्षरता ले जाएंगे, मतदाता को जागरूक बनाएंगे”, “करे राष्ट्र का जो उत्थान, करें उसी को हम मतदान”, “वोट हमारा है अनमोल, कभी न लेंगे इसका मोल” लगाते हुए पूरे गाँव में रैली के माध्यम से ग्रामीणों को मतदान के प्रति जागरूक किया गया।